Thursday, 17 May 2012

गणना : आज से खोजेंगे सतपुड़ा टाइगर रिजर्व में बाघों के साक्ष्य


सतपुड़ा टाइगर रिजर्व में साक्ष्यों के आधार पर मांसाहारी वन्यप्राणियों की गणना का काम 17 मई से शुरू होगा। रिजर्व के 500 वन्य कर्मचारी पहली बार दो ट्रांजेक्शन लाइनों पर 4-4 किमी वन्यप्राणियों के साक्ष्य खोजेंगे। दस साक्ष्यों के आधार पर वन्य कर्मी सुबह 6 बजे से वन्यप्राणियों के निशान तलाशने जाएंगे। गणना का काम 19 मई तक चलेगा।

गणना को पुख्ता बनाने के लिए दो ट्रांजेक्ट लाइनों के अलावा 6 दिन होने वाली गणना अब 9 दिन की होगी। पहले चरण में मांसाहारी वन्यप्राणियों की गणना का काम 3 दिन होगा। दूसरे चरण में शाकाहारी वन्यप्राणियों की गणना 6 दिन होगी। हालांकि शाकाहारी वन्यप्राणियों की गणना कब होगी यह तिथि निर्धारित नहीं हुई है। सूत्रों की मानें तो वन्यप्राणियों की गणना में प्रयुक्त होने वाले कम्पास और रेंज फाइंडर जैसे उपकरणों के उपलब्ध न होने से शाकाहारी वन्यप्राणियों की गणना में देरी हो रही है।

इन दस साक्ष्यों के आधार पर होगी गणना 

- वन्यप्राणी के पग मार्क खोजेंगे।
- जमीन व पेड़ों पर बाघ के पंजे की खरोच देखेंगे।
- बाघ की विस्टा व पेशाब का नमूना लेना।
- गंध मार्किंग के आधार पर।
- शिकार को मारने के आधार पर।
- जमीन में लोट लगाने से।
- आवाज के आधार पर।
- प्रत्यक्ष दर्शन के आधार पर क्षेत्र में बाघ होने के सबूत तलाशे जाएंगे।

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