भोपाल. किडनी खराब होने के कारण नौ दिन पहले खाना छोड़ चुकी सात वर्षीय बाघिन श्वेता की मौत हो गई है। श्वेता की बीमारी का पता लगाने में डॉक्टरों को सात दिन लग गए। किडनी खराब होने का पता चलते ही डॉक्टरों ने विशेषज्ञों द्वारा बताया इलाज भी शुरू किया, लेकिन तब तक काफी देर हो चुकी थी।
वन विहार नेशनल पार्क में इस माह में यह दूसरी बाघिन की मौत है। इससे पहले नौ जून को बांधवी की फेंफड़ों में संक्रमण से मौत हो चुकी है। श्वेता की तबीयत खराब होने की सूचना पार्क प्रबंधन को सबसे पहले 13 जून को मिली। श्वेता की हाउसिंग में तैनात कर्मचारी ने बताया कि श्वेता खाना नहीं खा रही है। इसके बाद श्वेता का इलाज शुरू हो गया, लेकिन बीमारी का पता न होने के कारण श्वेता को सिर्फ आईबी फ्लूड और ताकत के इंजेक्शन दिए जाते रहे। सोमवार रात साढ़े दस बजे तक श्वेता ठीक थी। पार्क के सहायक संचालक एके खरे पौने 11 बजे घर गए और रात पौने एक बजे श्वेता की विदाई की खबर आ गई.
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