Wednesday, 3 October 2012

भोपाल में बाघों पर संकट, शिफ्टिंग की तैयारी


भोपाल फॉरेस्ट सर्किल के कठोतिया रेंज में दो बाघों की मौत के बाद अब वन विभाग ने कलियासोत-केरवा में सक्रिय बाघों की सुरक्षा को लेकर अपनी असमर्थता जता दी है। वन विभाग ने यहां घूम रहे तीन बाघों को सतपुड़ा नेशनल पार्क में शिफ्ट करने का निर्णय लिया है।

विभाग के अफसरों ने स्वीकार किया है कि राजधानी के नजदीक बाघों की सुरक्षा करने में वे सक्षम नहीं हैं, इसलिए विभाग के अफसर, भारतीय वन प्रबंधन संस्थान (आईआईएफएम), सेवानिवृत्त वाइल्ड लाइफ चीफ और कान्हा नेशनल पार्क से शिफ्टिंग की तैयारियों के बारे में सलाह ले रहे हैं। वन विभाग ने बाघों की शिफ्टिंग के बारे में राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण(एनटीसीए) से अनुमति नहीं ली है। हालांकि नियमानुसार वन विभाग को शेड्यूल्ड-1 के प्राणी की शिफ्टिंग के लिए एनटीसीए से अनुमति लेना जरूरी है।

इससे पहले वन विहार नेशनल पार्क ने चीतलों को सतपुड़ा नेशनल पार्क में शिफ्ट करने के लिए एनटीसीए से अनुमति मांगी थी, लेकिन सतपुड़ा नेशनल पार्क के वन्य प्राणियों की सुरक्षा और उनके स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए उसने अनुमति नहीं दी थी। यही वजह है कि वन विभाग अब एनटीसीए से अनुमति लेने से कतरा रहा है। इधर, वन विभाग का कहना है कि इसमें अनुमति लेने की जरूरत नहीं है।

बाघों को पकडऩे के लिए वन विभाग ने सबसे पहले चार पिंजरे लगाए, लेकिन बाघ इसके झांसे में नहीं आए। इसके बाद बाघों को केरवा-कलियासोत क्षेत्र में आने से रोकने के लिए 50 लाख रुपए खर्च करके चैनलिंग फैंसिंग लगाई गई। चैनल फैंसिंग को तोड़कर एक बाघ केरवा क्षेत्र में आ गया। ये प्रयास सफल नहीं होने पर विभाग ने अब बाघों को बेहोश करके पकडऩे का निर्णय लिया है। इसके लिए हाथियों का हाका लगाया जाएगा। कान्हा नेशनल पार्क और बांधवगढ़ नेशनल पार्क से एक्सपर्ट हाथी और महावत बुलाए जाएंगे।

लगाया जाएगा रेडियो कॉलर 

वन विभाग ने कलियासोत, केरवा और कठोतिया के जंगल में घूमने वाले बाघों को पकडऩे के बाद उनमें रेडियो कॉलर लगने का निर्णय लिया है। विभाग का कहना है कि इससे उन पर नजर रखी जा सकेगी।

जोखिम नहीं ले सकते 

भोपाल के आसपास का जंगल बाघों के लिए उपयुक्त नहीं है। उनकी सुरक्षा को खतरा है। बाघ को लेकर हम कोई जोखिम नहीं लेना चाहते। यही वजह है कि इन्हें शिफ्ट करने का निर्णय लिया गया है। बाघों को नेशनल पार्क में शिफ्ट कर दिया जाएगा। - पीके शुक्ला, पीसीसीएफ, वाइल्ड लाइफ 

वंदना श्रोती, दैनिक भास्‍कर

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